नवकलेवर या नबाकालेबारा
नवकलेवर उड़ीसा राज्य का एक प्राचीन उत्सव है, जिसका सम्बन्ध जगन्नाथ मंदिर से है . जब भगवान जगन्नाथ, बलभद्र, सुभद्रा और सुदर्शन की पुरानी मूर्तियों को बदल कर नयी मूर्तियाँ स्थापित की जाती है . इस प्रक्रिया को भगवान का पुनर्जन्म माना जाता है .
नवकलेवर = नव + कलेवर, जिसका अर्थ है - भगवान जगन्नाथ, बलभद्र, सुभद्रा और सुदर्शन पुराना शारीर त्यागकर नया शारीर धारण करते है .
परम्परानुसार नवकलेवर का कार्य तब किया जाता है जब आषाढ़ मास अधिकमास होता है . यह प्राय: 12 वर्ष बाद, 18 वर्ष बाद या 19 वर्ष बाद आता है . ये मूर्तियाँ एक विशेष प्रकार की नीम की लकड़ी से बनायीं जाती है, जिसे 'दारू ब्रह्मा' कहा जाता है . चैत्र मास में ही इस उत्सव की तैयारी आरम्भ हो जाती है . अंतिम बार यह त्यौहार 29 मार्च 2015 में मनाया गया था . अगली बार यह त्यौहार 2035 में मनाया जायेगा .